अनुच्छेद 370 हटने से जम्मू और लद्दाख के लोग खुश, लेकिन कश्मीर में समस्या: राम माधव
- राम माधव ने कहा- हर कश्मीरी एंटी नेशनल और अलगाववादी नहीं, वे भी आपके-हमारे जैसे, इस मामले को संवेदनशीलता से हल करेंगे
- 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किया था; जम्मू, कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाया
- घाटी में सुरक्षा कारणों के चलते अधिकांश नेताओं को हिरासत में रखा गया है
हैदराबाद | भाजपा महासचिव राम माधव ने शुक्रवार को कहा कि अनुच्छेद 370 हटने से जम्मू और लद्दाख के लोग तो खुश हैं मगर कश्मीर में कुछ समस्याएं हैं। इस पूरे मामले को अतिरिक्त संवेदनशीलता के साथ हल किया जाएगा। राम माधव ने यह बात हैदराबाद में राष्ट्रीय एकता अभियान को संबोधित करने के दौरान कही।
माधव ने कहा, ‘‘लद्दाख के लोग बेहद खुश हैं। वे ताजगी महसूस कर रहे हैं, क्योंकि लंबे समय से यह उनकी मांग थी। जहां तक कश्मीर के लोगों की बात है, तो बड़ी संख्या में वहां के निवासी भी इस निर्णय की सराहना कर रहे हैं। बिना इसके तो यह संभव नहीं था।’’
कश्मीरी भी आपके और हमारे जैसे हैं: राम माधव
उन्होंने कहा- हर कश्मीरी एंटी-नेशनल नहीं है। न हर कश्मीरी अलगाववादी है। वे भी आपके और हमारे जैसे हैं। हमने अनुच्छेद 370 को हटाया, क्योंकि हम चाहते थे कि उन्हें भी विकास और राजनीतिक अधिकार मिलें। जम्मू और कश्मीर के लोगों को भी बेहतर जीवन जीने का अधिकार मिले।
पूरे प्रदेश में शांति है: राम माधव
उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों में सुरक्षाबलों की चौकसी के चलते एक भी नागरिक की मौत नहीं हुई है। घाटी में 200 नेताओं को हिरासत में रखा गया है। हालांकि, वे सभी फाइव स्टार होटलों में हैं, पूरी सुविधाओं के साथ। यह कदम घाटी में कानून व्यवस्था बेहतर बनाए रखने के लिए उठाया गया है। उनके अलावा 200 लोग बीते दो महीने से जेल में हैं। पूरे प्रदेश में शांति है।
केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया था। इसके बाद जम्मू, कश्मीर और लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश बन गए।
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