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    BTech करने के बाद यहां बना सकते हैं राहें

    बीटेक के बाद नौकरी : बीटेक के आधार पर आपको जॉब मिलने की संभावना हो सकती है। हालांकि यह सब कुछ आपके तकनीकी ज्ञान और दक्षता पर निर्भर करता है। देश के अग्रणी बीटेक कॉलेज अपने छात्रों के लिए कैंपस प्लेसमेंट की व्यवस्था करते हैं। जॉब मार्केट बहुत अच्छा नहीं है, परंतु योग्य बीटेक छात्रों के लिए कॉर्पोरेट कंपनियों में नौकरी की कमी नहीं है।
    बीटेक के बाद एमटेक : यदि आपकी रुचि टीचिंग या रिसर्च में है, तो बीटेक के बाद अपनी आगे की पढ़ाई के लिए जाना चाहिए। मास्टर्स डिग्री इन टेक्नोलॉजी यानी एमटेक के आधार पर आपका करियर आगे चलकर बहुत बेहतर हो सकता है। तकनीक के क्षेत्र में योग्य रिसर्चर की मांग भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है। एमटेक में प्रवेश के लिए आपको गेट यानी ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग प्रवेश जांच परीक्षा से गुजरना होगा, जिसका संपूर्ण विवरण वेबसाइट पर उपलब्ध है।
    कंसल्टेंसी : कई व्यापारिक प्रतिष्ठान कंसल्टेंट से तकनीकी सलाह लेते हैं। मसलन, रियल एस्टेट कंपनियां सिविल इंजीनियर और इलेक्ट्रिक इंजीनियर से, आईटी कंपनियां कंप्यूटर साइंस इंजीनियर से *और उद्योग मैकेनिकल या केमिकल इंजीनियर से सलाह लेते रहते हैं। एक तकनीकी कंसल्टेंट के रूप में आप स्वयं को स्थापित करने का भी एक विकल्प सोच सकते हैं।
    बीटेक के बाद एमबीए : आपने बड़ी संख्या में बीटेक छात्रों को एमबीए करते हुए देखा होगा। दरअसल आज कंपनियां किसी भी अच्छे वेतन वाले कर्मचारी में तकनीकी के साथ-साथ प्रबंधकीय कौशल भी ढूंढ़ती है। अत: बीटेक के बाद किसी स्तरीय संस्थान से एमबीए करना आपके लिए फायदेमंद होगा। इससे आपको मिलने वाले अवसरों में इजाफा होगा।
    कोचिंग सेंटर में टीचिंग : यदि आपने किसी स्तरीय संस्थान से बीटेक किया है, तो इसे प्रचारित कर आप या तो किसी स्थापित कोचिंग संस्थान में टीचिंग का कार्य कर सकते हैं, अन्यथा अपना स्वयं का कोचिंग सेंटर भी स्थापित कर सकते हैं। परंतु इसके लिए आपके अंदर किसी एक विषय को लेकर विशेष दक्षता और बेहतरीन संचार कौशल होना चाहिए।
    सिविल सेवा : बीटेक के बाद छात्रों का एक बड़ा समूह भारत में सबसे प्रतिष्ठित रोजगार अर्थात सिविल सेवा का रुख करता है। तकनीकी क्षेत्र से आने के कारण इन छात्रों को सिविल सेवा के वैसे तमाम विषयों के प्रश्नों को हल करने में आसानी होती है, जिनका कोई भी संबंध तकनीक से है। इंजीनियरिंग के छात्र अपेक्षाकृत बेहतर समय प्रबंधन, ऑब्जेक्टिव थिंकिंग और सटीक माइंडसेट वाले माने जाते हैं। इन तमाम कारणों से बीटेक के छात्र सिविल सेवा की तरफ जाना चाहते हैं और अच्छी संख्या में सफल भी होते हैं।
    करियर काउंसलर आशीष आदर्श

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