सफलता की कहानी
कर्ज माफी से खिले किसानों के चेहरे
प्रोफाइल फोटो |
जयपुर। राज्य सरकार की ऋण माफी योजना से गांव, ढाणी तक खुशी की लहर है। अकाल, अतिवृष्टि अथवा अन्य प्राकृतिक आपदा से फसल का नुकसान उठा रहे किसानों के लिए बैंकों का कर्ज चुकाना तो दूर उसका ब्याज भी जमा कराना टेडी खीर हो गया था। राज्य सरकार के किसानों की कर्ज माफी के निर्णय के बाद कर्ज में डूबे किसानों ने राहत की सांस ली है। सरकार के इस जनकल्याणकारी निर्णय से लाभान्वित हुए नागौर जिले के किसान मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते नहीं थकते।
नागौर जिले की मेड़ता तहसील में बासनी नेता गांव के कृष्णा राम व उनकी पत्नी सीता देवी ने भूमि विकास बैंक लिमिटेड में अपनी जमीन रहन रख कर ऋण लिया था। राज्य सरकार के कर्ज माफी निर्णय के बाद सीता देवी कृष्णा राम के ऋण में से अवधि पार राशि 82 हजार रुपये सहित कुल राशि 2 लाख 81 हजार 694 रुपये किसान ऋण माफी योजना में माफ कर दिए जाएंगे। कर्ज मुक्त होने के साथ अपनी जमीन के ऋण मुक्त होने पर कृष्णा राम का परिवार एक बड़ी आर्थिक परेशानी से बाहर आ जाएगा। कुछ इसी तरह की राहत भरी खबर नांवा तहसील के किसान लूणाराम वेडे व गाना तहसील के किसान भवन लाल को मिली है। कर्ज और दिन-ब-दिन बढ़ रहे ब्याज से त्रस्त किसान सरकार की ऋण माफी योजना में लाभान्वित होने के साथ उनकी भूमि भी ऋण मुक्त हो रही है।
भूमि विकास बैंक लिमिटेड की ओर से इन किसानों की ऋण माफी की कार्रवाई लगभग पूरी हो चुकी है। लूणा राम की 1,93,395 रुपये तथा भंवरलाल की 1,88,922 रुपये ऋण राशि सरकार की किसान ऋण माफी योजना में माफ होगी और उसकी भूमि रहन मुक्त हो जाएगी। अकेले भूमि विकास बैंक नागौर की बात करें तो इस किसान कल्याणकारी निर्णय से 451 किसानों का 4 करोड़ 63 लाख 4 हजार की राशि का ऋण माफ होगा। इससे इन 451 किसानों की कुल 732.61 हैक्टेयर कृषि भूमि रहन मुक्त हो जाएगी। भूमि विकास बैंक लिमिटेड के सचिव श्री जयपाल गोदारा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्णय अनुसार 30 नवम्बर, 2018 की अवधि तक 2 लाख रूपये तक की अवधिपार ऋण राशि वाले लघु एवं सीमान्त किसानों का ऋण माफ किया जा रहा है।
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